Sunday, November 19, 2017

आंवले को क्‍यों माना जाता है अमृत का रूप, जाने गुण- "Sex Health Gyan"



आंवले को क्‍यों माना जाता है अमृत का रूप, जाने गुण

सर्दियों के मौसम की शुरूआत के साथ साथ बाजार में आंवले की खैप दिखाई देने लगी है। आवंले को खान-पान की महत्‍वपूर्णता के साथ साथ सेहत के लिये भी फायदेमंद माना जाता है। आंवले में विटामिन-सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है। आमतौर पर आंवले का प्रयोग अचारमुरब्बा या चटनीके रूप में किया जाता है मगर आंखों, बालों और त्वचा के लिए भी आवंला बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसीलिये आज हम आपको बताऐंगें आंवले के उन गुणों के बारे में जो स्‍वास्‍थ्‍य के लिये है लाभप्रद-
पथरी की समस्यापथरी की बिमारी में आंवला एक अचुक औषधी के रूप में काम करता है। पथरी होने पर 40 दिन तक आंवले को सुखाकर उसका पाउडर बना लें, और उस पाउडर को प्रतिदिन मूली के रसमें मिलाकर खाएं। इस प्रयोग से कुछ ही दिनों में पथरी गल जाएगी।
एसिडिटी की समस्या- इस गिमारी में आंवला रामबाण दवा के रूप में जानी जाती है। आंवला का पाउडर, चीनी के साथ मिलाकर खाने या पानी में डालकर पीने से एसिडिटी से राहत मिलती है।
डायबिटीज- इस बिमारी से पीड़ि‍त व्यक्ति आंवले के रस का प्रतिदिन शहद के साथ सेवन करे तो बीमारी से तीव्र राहत मिलती है।
आंखों में अमृत का काम- यह आंखों की रौशनी को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके लिए रोजाना एक चम्मच आंवला के पाउडर को शहद के साथ लेने से लाभ मिलता है और मोतियाबिंद की समस्या भी खत्म हो जाती है।
रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी- इस बिमारी में प्रतिदिन आंवले के रस का सेवन करना काफी लाभप्रद होता है। यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है, और खून की कमी नहीं होने देता।
याददाश्त- आंवले से व्‍यक्त्‍िा की याददाश्‍त में भी इजाफा होता है। इसके लिए सुबह के समय आंवला के मुरब्बा गाय के दूध के साथ लेने से लाभ होता है।
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